हाँ ये माना वृक्ष का चिरान हुआ है
जंगल का जीना हराम हुआ हैं।
ये बेशकीमती लकड़ी है मेरे भाई
इनका यूँ ही किस्सा तमाम हुआ है।
फिर जिक्र छिड़ा है चोरी का यारों
रातों को लकड़ी का लदान हुआ है।
लक्कड़ के ढ़ेरों का सिरा कह रहा है
फिर पेड़ों पर फर्जी चिरान हुआ है।
ये बैठक में सजेंगी बन-ठन के भाई
अमीरों के घर का सामान हुआ है।
कुछ जंगल के टेण्डर भी ऊँचे खुले हैं
कुछ पहाड़ों का भी तगड़ा नीलाम हुआ है।
बताते हैं नंगी धरा खाली पर्वत/कि
अब के खुल कर कटान हुआ है।
ये खबर भी आयी है लपटों के जरिये
पहाड़ों में फिर से फुकान हुआ है।
जंगल का जीना हाराम हुआ है
फिर पेड़ों पर फर्जी छपान हुआ है।