मायने ‘लीक’ के


जनाब यूं तो लीक एक अंग्रेजी जुबान का लफ्रज है, जिसके कई मायने होते हैं। मसलन कोई गुप्त भेद खुल जाना, चोट, आघात या दबाव के कारण किसी चीज में दरार पड़ना व उससे कुछ रिसने-टपकने लगना, क्षरण होना, निकलना, सुराख व छेद हो जाना, रहस्योद्घाटन होना आदि-आदि।
जाहिर है जिस शब्द के इतने ढेर सारे मायने होंगे उसके इस्तेमाल किये जाने के तरीके व सलीके भी बेहिसाब ही होंगे। ये करामाती लफ्रज जियादातर इस लिहाज से इस्तेमाल में लाया जाता है कि आने आप में जुमले की शक्ल अख्तियार कर लेता है। मसलन हमें अकसर सुनने को मिलता है- 'हवा लीक हो गयी'। यहां पर बिल्कुल सादे तरीके से देखा जाय तो जान पड़ता है कि किसी साइकिल ट्यूब में पंचर या कार, बस ट्रक टायर में कांच, कील चुभने की वजह से हवा लीक होने की बात कही जा रही हो।
अर्थ, व्यापार व उद्योग जगत में छायी अन्तर्राष्ट्रीय मन्दी के कारण अमेरिका बैंक व बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की  हवा लीक हो जाती है। इधर अर्थ जगत पर छाये संकट के कारण नौकरी से बेदखल किये गये कर्मचारियों को रोजगार की तलाश में मारे-मारे पिफरते देखकर उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं की हवा लीक है कि हमारे भविष्य का क्या होगा? उधर, बढ़ रही बेरोजगारी, असन्तोष व भुखमरी की मार झेल रहे गरीब व पिछड़े राष्ट्रो की हवा लीक हो रखी है कि न जाने कब मजबूर व आक्रोशित जनता बगावत कर दे, गृह यु( छेड़ दे। दूसरी तरपफ लगातार पैर पसार रहे अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवाद ने ग्लासगो, लन्दन, पेरिस, टर्की, टोकियो, इण्डोनेशिया, दिल्ली, मुम्बई, कराची और कोलम्बो आदि की हवा लीक कर दी है। बीजिंग में जब तब ओलम्पिक खेल चलते रहे चीन की हवा लीक रही न जाने कब कौन आतंकी संगठन कस स्टेडियम में हमला कर खेल आयोजन पर कालिख पोत दें। आतंकवाद के प्रभाव का यह आलम है कि लगभग सभी मुलकों में आम जनता आतंकी विस्पफोटों, मानव बम हत्यारों व सीरियल बम धमाकों की कल्पना से दहशतजदा हो जाती है। आंतकवाद ने अवाम की इस कदर हवा लीक करी है कि वह रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों, भीड़-भाड़ वाले इलाकों, मेलों, त्यौहारों, बाजार, सड़कों व चैराहों पे जाने से कतराती है। हांलाकि आम जनता की और भी अनेक कारणों से हवा लीक हो जाती है। जैसे बेतहाशा बढ़ रही मंहगाई ने गरीब जनता की खासी हवा लीक कर दी है। इसी प्रकार स्कूल-काॅलेजों में लगातार बढ़ रही एडमीशन व ट्यूशन पफीस के कारण अभिभावकों की हवा लीक है। इसके अलावा भूखण्ड-प्लाटों व आवास कालोनियों में  बन रहे मकानों की आसमान छूती कीमतों ने भी आम आदमी की हवा लीक करी है। उसे नहीं लगता कि उसका अपना मकान होने का सपना कभी हकीकत में बदल पायेगा।
जनाब ऐसा नहीं है कि इस दौर में केवल बेबस, गरीब, मजदूर या मध्यम वर्ग की ही हवा लीक हो। आजकल बड़े-बड़े रईसों, धनिकों, उद्योगपतियों, व्यापारियों, राजनीतिज्ञों व अपफसरशाहों की इन्कम टैक्स वाले दनादन छापे डालकर हवा लीक कर रहे हैं। इसी तरह कमीशन व घूसखोर सरकारी अपफसरों की भी हवा लीक हुई रहती है कि न जाने कब इण्टैलीजेन्स व अपराध निरोधक सेल वाले उन्हें रिश्वत लेते रगें हाथ पकड़ लें। हवाई अड्डे पर तेज तर्रार व खुर्राट कस्टम अधिकारियों की तेज घूरती आंखें अच्छे-अच्छे स्मगलरों की हवा लीक कर देती हैं। पुलिस-थानों में थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किये जाने के ख्याल भर से ही चोर-उचक्कों, गिरहकटों व राहजनी करने वाले छोटे अपराधियों की हवा लीक रहती है। भारतीय राजनैतिक परिदृश्य पर नजर डालने पर हम पाते हैं कि बाहर से समर्थन दे रहे वामदलों ने अल्पमत वाली मनमोहन सरकार की लगातार 5 वर्ष हवा लीक रखी। यूúपीúएú सरकार ने इसी पसोपेश में एक-एक दिन गुजारा कि अब लिया गया समर्थन वापस....। चुनाचें उनकी लगातार हवा लीक रही। देश में एक दौर ऐसा भी आया जब स्ंिटग आॅपरेशनों ने बड़े-बड़े प्रतिष्ठित राजनीतिज्ञों, पिफल्म स्टारों व खिलाड़ियों की हवा लीक रखी।
चारों ओर छायी अराजकता व भ्रष्ट व्यवस्था के इस अन्धड़ में भी अगर देश का एक आम नागरिक उम्मीदों के सपने पाले हैं तो उसकी वजह है कि सर्वोच्च न्यायालय ने बिना किसी भेदभाव के आरोपियों व दोषियों ही हवा लीक करने में कोई कसर न रख छोड़ी है। आमिर खान द्वारा काले हिरणों के शिकार का मामला हो या सलमान खान से कुचले गये गरीब पुफटपाथियों को केस या संजय दत्त के पास एúकेú सैंतालिस पाये जाने की घटना.... जिस निष्पक्षता व निडरता के साथ न्यायालय ने बड़े-बड़े सितारों को सलाखों के पीछे नंगी, पफर्श पर रात गुजारने को मजबूर कर दिया, उससे पैसों व सत्ता की चमक में मदहोश निरंकुश लोगों की भी हवा लीक हो रखी है। खेल जगत में कभी-कभी छोटे व अनजान खिलाड़ी विस्मयकारी प्रदर्शन कर बड़े-बड़े स्थापित प्रतिद्वन्दियों की हवा लीक कर देते हैं। कभी जमाना था कि वेस्ट इन्डीज के तूपफान गेंदबाजों एण्डी रोर्बटस, जी गार्नर, माइकल होल्डिंग, मेलकम मार्शल आदि के सामने प्रतिभाशाली से प्रतिभाशाली बल्लेबाजों की हवा लीक हो जाती थी। पिफर एक दौर वह भी आया कि विस्पफोटक बल्लेबाजों ने धुरन्धर बालरों की हवा लीक करना शुरु कर दी। महान बल्लेबाज सचिन तेन्दुलकर जब तक क्रीज पर रहते हैं पूरी विपक्षी टीम की हवा लीक रहती है। एक वह भी समय था कि जब दारा सिंह के सामने किंग कांग से लेकर बड़े से बड़े पहलवान की हवा लीक हुई रहती थी। मुक्के बाजी में माइक टायसन ने दुनिया के तमाम मुक्केबाजों की हवा लीक कर अपना परचम लहराये रखा।
हवा लीक होने के अलावा भी लीक शब्द ने अलग तरीके से अपने वजूद का एहसास कराया है। जैसे भोपाल कार्बाइड कारखाने से लीक हुई 'मिथाइल आइसो सायनाइट' मिक गैस ने व्यापक स्तर पर क्षति पहुंचाकर पफर्टीलाइजर्स व अन्य उत्पाद उद्योगों में निवेश कर रही बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के माथे पर चिन्ता की लकीरें खींच दी थी। चेरोनेबिल परमाणु संयत्रा से लीक हुई रेडियो धर्मी किरणों ने रूस व उसके पड़ोसी राष्ट्रों को नाभिकीय संयत्रों के दुष्प्रभावों के खतरनाक अन्जाम से रुबरु कराया। विभिन्न संयत्रों से खतरनाक व जहरीली गैसों के लीक होने के अलावा भी लीक शब्द ने अलग तरीके से तहलका मचाया है।
जैसे भारत में प्रतियोगिताओं पर प्रश्न चिर् िंलगा दिया है। कभी रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षा, तो कभी मेडिकल प्रवेश परीक्षा, कभी दारोगा भर्ती, कभी अनुदेशकों, अवर-प्रवर सहायकों की परीक्षा तो कभी किसी अन्य परीक्षा का पेपर लीक हो जाने की खबरें समाचार पत्रों की सुर्खियों में स्थान बनाकर लीक शब्द के वजूद का एहसास कराये रहती है।
ऊपर बयान किये गये तमाम किस्सों से जाहिर होता है कि 'लीक' शब्द देखने सुनने में जितना छोटा मालूम होता है। इसका रुतबा उससे कहीं ज्यादा है। महान कवि बिहारी की पंक्तियों 'देखने में छोटे लगे घाव करे गम्भीर 'लीक' शब्द पे माकूल नजर आती है।