जदपि करोना ने है रुलाया,
एक सबक सुंदर सिखलाया!!
देखो रौनक जरा धरा की,
धुल गई मूरत वसुंधरा की !!
गर धरणी की रखवाली हो,
हरियाली हो ! खुशहाली हो!!1!!
वृक्षारोपण काज पुण्य का,
लो यह निर्णय आज पुण्य का !!
वृक्ष लगा, फल-छाया वाला,
बनिए धरती का रखवाला,
हर घर में एक एक डाली हो,
हरियाली हो ! खुशहाली हो!!2!!
आओ एक शपथ करते हैं,
धूल, धुआं कुछ कम करते हैं !!
जल-परदूषण,मृदा-प्रदूषण,
ये कलजुग के हैं खर-दूषण!!
इनसे गर धरती खाली हो,
हरियाली हो ! खुशहाली हो!!3!!