हरेला

लागि हरेला,   लागि  बग्वाली, 

जी रैंयां ,    जागि  रैंयां

स्याल  जनि  बुद्धि  ह्वे जैंयां, 

सूर्ज जनो तराण  ह्वे जैंयां

आकाश बराबर उच्च।   ह्वे जैंयां 

धरती बराबर चकाव ह्वे जैंयां  ह्ह्वे

दूब जनु  फुलियां

हिमाल मा ह्यूं छ जख तक, 

गंगा जी मां पाणी छ जख तक। 

जी रैंयां ,    जागि  रैंयां

 

सभी मित्रो को हरेले पर्व की शुभ कामनाएँ !!