नेताजी


वक्त ने करवट ली, बज उठा बिगुल,
चुनाव नेता चुनने के दिन ले आये।।
नेता जी आते,
सडक गली शोर मचातें ।।
अपने अपने धर्म कर्म सुनाते,
महान बतायें वोटर को,
भांति भांति से उन्हें लुभाने को ।
नेताजी,
आश्वासन का अमृतकुण्ड ले आये, ।
चुनाव नेता चुनने के दिन ले आये।।
अखबार सुनाये चैनल, गावें
सब पर गूंजे उनके ही 
राग सुनावे,
पके कान जनता के,
सुन नेताजी के काज 
धवल और काले 
सभी अपने पक्ष में 
वोट मांगन आयें 
चुनाव नेता चुनने के दिन ले आये।
सभी स्वयं को सबसे समर्थ बतायें,
योग्य सक्षम सेवक कहते आयें।,
लेखा जोखा कर्मो का हम पूछे तो
नेताजी
मिथ्या वायदों का पिटारा ले आये। 
चुनाव नेता चुनने के दिन ले आये।।
नेताजी,
मन्दिर जायेें
मजार पर चादर चढावें,
टोपी ओढ भरे रंग मजहबी
मत्था टेक हरि गुरू मनावे,
कर्म धर्म दिखा नेताजी मत मांगन आये।
नभ में उडते, आये
मंच धरा पर सजवाये,
जनता के जयकारों में,
जीत का भरोसा 
ले देकर जाये।
नेताजी।
राजा प्रजा के मिलने के दिन आये।
चुनाव नेता चुनने के दिन ले आये।।