---रोजगार का नया विकल्प गढदू युवा, रुपेश गहरवार,
(गौं-बुढना, पट्टी-लस्यां, जखोली ब्लाॅक जनपद रूद्रप्रयाग)
जौंन बुढना,लस्यां मा शुरु करि चप्पल बणौण कु काम।
काम क्वे भी आसान नी पर मजबूत हौंसला अर दम-खम भौत जरूरी च।
रुपेश पिछला तीन साल बटि, अफ्रीकन देश मा होटल व्यवसाय मा ब्यस्त छो पर कोरोना मामारी मा, जब अपडि माटी की तरफ लौटी, त यखि अपणि माटी मा ही नयु रोजगार गढणै सोची।
अपडि के दोस्त से भौत पैलि चप्पल ब्यवसाय की जानकारी लीनी छे,त मन मा ईं हौंस दगडि ही अपडु नयु कारोबार मा, तन-मन, धन से लगी अर सच्ची लगन से शुरु करि चप्पल बणौण कु काम। ये काम भा भौत प्रोत्साहन मिली, स्थानीय लोखुंन
भी आवश्यकता का अनुसार खरीद करी।
जु जरूरी भी च कि हम नया इनोवेटिव काम कर्दरा मनख्यूं तै खूब स्नेह द्यौन।
यन नै काम कर्दरा ज्वानों तै जब काम दगडि हम खूब प्यार आसीस दगडि हुर्स्योंणा रौला त जरूर दुगनी ऊर्जा दगडि सि होर बेहतरीन काम कर्ला।
आज रुपेश बिना कै प्रोत्साहन का अपणि डगर पर बट्वे बण्यूं च, अर जरूर भुम्याळ देवता कु आशीर्वाद मिललू रुपेश का ये सद्भौ तै।
अर हां रूपेश का प्रोजेक्ट कु नौ भी बडु मयाळू सोच्यूं च, जु सीदा लोक का शब्द से जुडयूं च-- -------------"बट्वे"--------
बट्वे मतलब हिटदारा
अर पहाड मा बट्वे सि छिन, जु बाटा लग्या छिन।
मैनत,मजुरी, खेती, बण-जंगल अर बाटा का गारों दगडि छवीं लगोंदा मनख्यूं की ख्वटयूं मा रुपेश की फुटवियर ब्रैंड "बटोही" गवै द्योली हिटदारों की हिटै की अर रुपेश गहरवाल की मैनती सोच की।
नै काम कर्दरा रुपेश जन बट्वे अपडु ग्यान- ध्यान अपडि थाति माटि मा लगौंणा छिन जौं देखी भौत सारा हिटदारा बट्वे भी जरूर यन नया काम कनौ सांसू कर्ला।
"बट्वे" ना सिर्फ चप्पल कु नौ च बलकन यख सैंडिल-चप्पल, छोटा-बडा, लेडीज-जेंटस सबुका फुटवियर तैयार कनौ काम शुरु ह्वोणू च।
भविष्य मा होर भी बडा स्तर पर काम कनै सोचा रुपेश की मंशा होर बडा स्तर पर ये काम तो फलीभूत कना च।
लस्यां बुढना कु यन उलार्या बट्वे रूपेश खूब दूर तक अपणि माटी थाति का बिजनेस तै चमकोलू, अर एक मिशाल बण्लू तौं ज्वानों तै जु पाड़ों मा, नै काम शुरु कनै धुकधुकि मा ही रंदन।
अर हम लोग भी जरूर अपडा यूं पहाड मा तैयार उत्पादों तै खरीदला, स्वदेसी ठेठ पहाडी सोच सद्भौ तै जरूर बढावा मिलण चैंद।
भौत भौत बधै स्वागत अभिनन्दन दगडि भविष्य की शुभमंगलमय कामना का दगडि-